भू -आकृतियाँ तथा उनका विकास Ch (6) Practice Quiz in Hindi Part 1 || Class 11 Geography Book -1 Practice Quizzes in Hindi Posted on March 2, 2025March 2, 2025 by Anshul Gupta0% 0 votes, 0 avg 1 भू -आकृतियाँ तथा उनका विकास Ch (6) 1 / 201. नदी विकास की प्रौढ़ावस्था में कौन सी विशेषताएँ पाई जाती हैं? A. नदियों में जल की मात्रा अधिक, V-आकार की गहरी घाटी, विस्तृत बाढ़ के मैदान B. नदियाँ स्वतंत्र रूप से विस्तृत बाढ़ के मैदानों में बहती हैं C. छोटी सहायक नदियाँ कम होती हैं और ढाल मंद होता है D. नदियों की संख्या कम, V-आकार की घाटी, चौड़े जल विभाजक स्पष्टीकरण: इस अवस्था में नदियों में जल की मात्रा अधिक होती है और सहायक नदियाँ भी इसमें आकर मिलती हैं। नदी घाटियाँ V-आकार की होती हैं लेकिन गहरी होती हैं। 2 / 202. निम्न में से कौन सा कथन सही है? A. नदियाँ केवल अपरदन का कार्य करती हैं। B. तेज ढाल पर नदियाँ अधिक निक्षेपण करती हैं। C. नदियाँ केवल निक्षेपण का कार्य करती हैं। D. मंद ढाल पर नदियाँ अधिक निक्षेपण करती हैं। स्पष्टीकरण: तेज ढाल से बहती हुई सरिताएँ भी कुछ निक्षेपित भू-आकृतियाँ बनाती हैं, लेकिन ये नदियों के मध्यम तथा धीमे ढाल पर बने आकारों की अपेक्षा बहुत कम होते हैं। 3 / 203. निम्नलिखित में से कौन सा कथन भू-आकृति की सही परिभाषा है? A. केवल पर्वत, पठार और मैदान ही भू-आकृतियाँ कहलाते हैं। B. पृथ्वी के बड़े स्थलखंड जो विभिन्न प्रक्रियाओं से निर्मित होते हैं। C. पृथ्वी के सभी स्थलरूप भू-आकृतियाँ हैं। D. छोटे से मध्यम आकार के भूखंड जो विशिष्ट प्रक्रियाओं से बनते हैं। स्पष्टीकरण: भू-आकृतियाँ छोटे से मध्यम आकार के भूखंड होते हैं जिनकी अपनी भौतिक आकृति, आकार और पदार्थ होते हैं, जो कुछ भू-प्रक्रियाओं और उनके कारकों द्वारा निर्मित होते हैं। 4 / 204. नदी वेदिकाएँ क्या हैं? A. प्रारंभिक बाढ़ मैदानों या पुरानी नदी घाटियों के तलों के चिह्न B. प्लाया में पाए जाने वाले टीले C. नदी के किनारे पाए जाने वाले ऊँचे टीले D. हिमनदों द्वारा बनाए गए टीले स्पष्टीकरण: नदी वेदिकाएँ प्रारंभिक बाढ़ मैदानों या पुरानी नदी घाटियों के तलों के चिह्न हैं। 5 / 205. नदी विकास की युवावस्था में कौन सी विशेषताएँ पाई जाती हैं? A. नदियों की संख्या अधिक, U-आकार की घाटी, संकरे जल विभाजक B. नदियों की संख्या कम, V-आकार की घाटी, चौड़े जल विभाजक C. छोटी सहायक नदियाँ कम होती हैं और ढाल मंद होता है D. नदियाँ स्वतंत्र रूप से विस्तृत बाढ़ के मैदानों में बहती हैं स्पष्टीकरण: इस अवस्था में नदियों की संख्या बहुत कम होती है ये नदियाँ उथली V-आकार की घाटी बनाती हैं जिनमें बाढ़ के मैदान लगभग अनुपस्थित या संकरें बाढ़ मैदान मुख्य नदी के साथ-साथ पाए जाते हैं।6 / 206. आर्द्र प्रदेशों में सबसे महत्वपूर्ण भू-आकृतिक कारक कौन सा है? A. पवन B. भूमिगत जल C. हिमनद D. प्रवाहित जल स्पष्टीकरण: आर्द्र प्रदेशों में, जहाँ अत्यधिक वर्षा होती है, प्रवाहित जल सबसे महत्वपूर्ण भू-आकृतिक कारक है जो धरातल के निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी है। 7 / 207. प्रारंभिक अवस्था में नदियों में कौन सा अपरदन अधिक होता है? A. हिमनद अपरदन B. पार्श्व अपरदन C. पवन अपरदन D. अधोमुखी कटाव स्पष्टीकरण: प्रारंभिक अवस्थाओं में अधोमुखी कटाव अधिक होता है जिससे अनियमितताएँ जैसे- जलप्रपात व सोपानी जलप्रपात आदि लुप्त हो जाते हैं। 8 / 208. युग्मित वेदिकाएँ क्या होती हैं? A. नदी के दोनों तरफ असमान ऊँचाई वाली वेदिकाएँ B. प्लाया में पाई जाने वाली वेदिकाएँ C. नदी के दोनों तरफ समान ऊँचाई वाली वेदिकाएँ D. हिमनदों द्वारा बनाई गई वेदिकाएँ स्पष्टीकरण: नदी वेदिकाएँ नदी के दोनों तरफ समान ऊँचाई वाली हो सकती हैं और इनके इस स्वरूप को युग्म वेदिकाएँ कहते हैं। 9 / 209. नदी विकास की वृद्धावस्था में कौन सी विशेषताएँ पाई जाती हैं? A. नदियों में जल की मात्रा अधिक, V-आकार की गहरी घाटी, विस्तृत बाढ़ के मैदान B. नदियाँ स्वतंत्र रूप से विस्तृत बाढ़ के मैदानों में बहती हैं, नदी विसर्प, प्राकृतिक तटबंध, गोखुर झील C. नदियों की संख्या कम, V-आकार की घाटी, चौड़े जल विभाजक D. छोटी सहायक नदियाँ कम होती हैं और ढाल मंद होता है स्पष्टीकरण: वृद्धावस्था में छोटी सहायक नदियाँ कम होती हैं और ढाल मंद होता है। नदियाँ स्वतंत्र रूप से विस्तृत बाढ़ के मैदानों में बहती हुई नदी विसर्प, प्राकृतिक तटबंध, गोखुर झील आदि बनाती हैं। 10 / 2010. अवनमित कुंड का निर्माण कैसे होता है? A. भूमिगत जल के घुलन क्रिया से B. हिमनदों के पिघलने से C. पवन के अपरदन से D. जलप्रपात के तल में शिलाखंडों के वृत्ताकार घूमने से स्पष्टीकरण: जलप्रपात के तल में भी एक गहरे व बड़े जलगर्तिका का निर्माण होता है जो जल के ऊँचाई से गिरने व उनमें शिलाखंडों के वृत्ताकार घूमने से निर्मित होते हैं। 11 / 2011. जलगर्तिका का निर्माण कैसे होता है? A. भूमिगत जल के घुलन क्रिया से B. नदी तल में अपरदित चट्टानी टुकड़ों के वृत्ताकार घूमने से C. हिमनदों के पिघलने से D. पवन के अपरदन से स्पष्टीकरण: पहाड़ी क्षेत्रों में नदी तल में अपरदित छोटे चट्टानी टुकड़े छोटे गर्तों में फंसकर वृत्ताकार रूप में घूमते हैं जिन्हें जलगर्तिका कहते हैं। 12 / 2012. गॉर्ज और कैनियन में क्या अंतर है? A. गॉर्ज चौड़ी होती है, कैनियन संकरी होती है। B. गॉर्ज संकरी होती है, कैनियन चौड़ी होती है। C. गॉर्ज उथली होती है, कैनियन गहरी होती है। D. गॉर्ज गहरी होती है, कैनियन उथली होती है। स्पष्टीकरण: गॉर्ज एक गहरी संकरी घाटी है जिसके दोनों पार्श्व तीव्र ढाल के होते हैं। एक कैनियन के किनारे भी खड़ी ढाल वाले होते हैं और यह भी गॉर्ज की ही भाँति गहरी होती है। 13 / 2013. स्थलगत प्रवाह किसका कारण है? A. परत अपरदन B. हिमनद अपरदन C. पवन अपरदन D. रैखिक अपरदन स्पष्टीकरण: स्थलगत प्रवाह Overland flow) परत अपरदन का कारण है। 14 / 2014. अवनालिकाएँ किसमें विकसित होती हैं? A. समुद्र में B. नदियों में C. झीलों में D. घाटियों में स्पष्टीकरण: ये क्षुद्र सरिताएँ धीरे-धीरे लंबी व विस्तृत अवनालिकाओं में विकसित होती हैं। 15 / 2015. भू-आकृतियों के विकास के दो महत्वपूर्ण पहलू कौन से हैं? A. आकार और रंग B. ऊँचाई और गहराई C. जलवायु और वनस्पति D. प्रक्रिया और अवस्था स्पष्टीकरण: भू-आकृतियों का विकास दो महत्वपूर्ण पहलुओं पर निर्भर करता है: * प्रक्रिया: वे भू-गर्भिक प्रक्रियाएँ जिनसे भू-आकृति का निर्माण होता है, जैसे अपरदन, निक्षेपण, आदि। * अवस्था: भू-आकृति के विकास की अवस्था, जैसे युवावस्था, प्रौढ़ावस्था, और वृद्धावस्था। 16 / 2016. मध्यावस्था में नदियों में कौन सा अपरदन अधिक होता है? A. पार्श्व अपरदन B. पवन अपरदन C. हिमनद अपरदन D. अधोमुखी कटाव स्पष्टीकरण: मध्यावस्था में, सरिताएँ नदी तल में धीमा कटाव करती हैं और घाटियों में पार्श्व अपरदन अधिक होता है। 17 / 2017. अधःकर्तित विसर्प या गभीरीभूत विसर्प क्या होते हैं? A. हिमनदों द्वारा बनाए गए विसर्प B. कठोर चट्टानों में गहरे कटे हुए विसर्प C. प्लाया में पाए जाने वाले विसर्प D. मंद ढाल पर नदियों द्वारा बनाए गए विसर्प स्पष्टीकरण: कठोर चट्टानों में भी गहरे कटे हुए और विस्तृत विसर्प मिलते हैं। 18 / 2018. क्षुद्र सरिताएँ किसके कारण बनती हैं? A. पवन के अपरदन से B. प्रवाहित जल के घर्षण से C. भूमिगत जल के प्रवाह से D. हिमनदों के पिघलने से स्पष्टीकरण: प्रवाहित जल के घर्षण के कारण बहते हुए जल द्वारा कम या अधिक मात्रा में बहाकर लाए गए तलछटों के कारण छोटी व तंग क्षुद्र सरिताएँ बनती हैं। 19 / 2019. समप्राय मैदान या पेनीप्लेन का निर्माण कैसे होता है? A. हिमनदों के पिघलने से B. नदी अपरदन से C. ज्वालामुखी विस्फोट से D. पवन के अपरदन से स्पष्टीकरण: नदी अपरदन के द्वारा बने इस प्रकार के मैदान, समप्राय मैदान या पेनीप्लेन Peneplain) कहलाते हैं। 20 / 2020. प्रवाहित जल के दो तत्व कौन से हैं? A. झीलें और तालाब B. भूमिगत जल और झरने C. वर्षा और नदियाँ D. धरातलीय प्रवाह और रैखिक प्रवाह स्पष्टीकरण: प्रवाहित जल के दो तत्व हैं: * धरातलीय प्रवाह: धरातल पर परत के रूप में फैला हुआ प्रवाह। * रैखिक प्रवाह: घाटियों में नदियों, सरिताओं के रूप में बहता है। Please insert your information to see your ranking अपनी Ranking जानने के लिए कृपया अपनी जानकारी भरे NamePhone Number Your score isThe average score is 45% 0% Restart quiz Category: Class 11 Geography Quizzes in Hindi